Sunday, December 22, 2024
"A Tribute to Dr. S.C. Misra: Kota's Esteemed Medical Pioneer" Journey o...
I had the honor of meeting one of Kota's most esteemed medical professionals, Dr. S.C. Misra Sir. His dedication to medicine and community service is truly inspiring.
Dr. Misra began his medical journey at SP Medical College in 1964, completing his training and internship in 1970. He then joined the Rajasthan Government Health Services, where he made significant contributions to public health. Notably, Dr. Misra actively participated in numerous eye camps while working as CMHO.
In a recent conversation, Dr. Misra shared his personal experience with cataract surgery done at SuVi Eye Hospital Kota. Despite his extensive medical background, he delayed his own cataract surgery and lens implantation. He candidly discussed how this postponement led to increased risks and complications, emphasizing the importance of timely medical intervention.
Meeting Dr. Misra was both enlightening and motivating. His unwavering dedication to medicine and his personal insights into patient care serve as a guiding light for all medical professionals.
Thank you, Dr. S.C. Misra, for your invaluable contributions and for inspiring generations of healthcare providers.
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कोटा के सबसे सम्मानित चिकित्सा पेशेवरों में से एक, डॉ. एस.सी. मिश्रा सर से मिलकर मुझे अत्यंत सम्मान की अनुभूति हुई। चिकित्सा और सामुदायिक सेवा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता वास्तव में प्रेरणादायक है।
डॉ. मिश्रा ने 1964 में एस.पी. मेडिकल कॉलेज में अपने चिकित्सा अध्ययन की शुरुआत की और 1970 में इसे पूरा किया। इसके बाद उन्होंने राजस्थान सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं में शामिल होकर सार्वजनिक स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण योगदान दिया। विशेष रूप से, डॉ. मिश्रा ने CMHO के पद पर रहते हुए कई नेत्र शिविरों में सक्रिय भाग लिया.
हाल ही में हुई बातचीत में, डॉ. मिश्रा ने SuVi Eye Hospital, Kota में की गई अपने मोतियाबिंद सर्जरी के व्यक्तिगत अनुभव साझा किए। अपने व्यापक चिकित्सा अनुभव के बावजूद, उन्होंने अपनी मोतियाबिंद सर्जरी और लेंस प्रत्यारोपण में देरी की। उन्होंने स्पष्ट रूप से बताया कि इस विलंब ने कैसे जोखिम और जटिलताओं को बढ़ा दिया, जिससे समय पर चिकित्सा हस्तक्षेप के महत्व पर जोर दिया।
डॉ. मिश्रा से मिलना ज्ञानवर्धक और प्रेरक था। चिकित्सा के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता और मरीजों की देखभाल के प्रति उनके व्यक्तिगत दृष्टिकोण सभी चिकित्सा पेशेवरों के लिए मार्गदर्शक हैं।
धन्यवाद, डॉ. एस.सी. मिश्रा, आपके अमूल्य योगदान और स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं की पीढ़ियों को प्रेरित करने के लिए।
डॉ. सुरेश पाण्डेय, डॉ. विदुषी शर्मा, सुवि आई हॉस्पिटल, कोटा
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