Wednesday, January 22, 2025

कोटा शिक्षा नगरी, कोटा के कोचिंग विद्यार्थियों के नाम स्नेहपूर्ण पत्र* प्रिय कोचिंग विद्यार्थियों, यह सन्देश मैं अत्यंत दुःखी मन से लिख रहा हूँ। वर्ष 2025 के प्रथम माह में छह युवा विद्यार्थियों की दुःखद घटनाओं ने न केवल मुझे, बल्कि पूरे कोटा शहर को गहरे शोक और चिंता में डाल दिया है। यह केवल दुर्भाग्यपूर्ण व्यक्तिगत क्षति की घटनाएं ही नहीं थीं, बल्कि वे अनगिनत सपनों का अंत भी था, जो इन विद्यार्थियों और उनके माता-पिता एवं परिजनों के हृदय में बसते थे। हर जीवन असीम संभावनाओं से भरा होता है—हर विद्यार्थी को ईश्वर ने अनूठी प्रतिभा के साथ इस धरती पर भेजा है, जिसे विकसित कर इस विश्व-वसुधा को और सुन्दर बनाया जा सकता है। मेरा अपना विद्यार्थी जीवन भी अनेकों संघर्षों और चुनौतियों से भरा रहा है। गाँव के एक साधारण विद्यार्थी से हिन्दी माध्यम से पढ़कर, बिना कोचिंग किए प्री मेडिकल टेस्ट में चयनित होकर चिकित्सक बनने का सफर मैंने भी अनेकों चुनौतियों का सामना करते हुए मानसिक और भावनात्मक दबाव के बीच तय किया है। गहरी निराशा के क्षणों में अनेकों बार ऐसा लगा कि कठिनाइयों से उबरना असंभव है। लेकिन मैंने अपने आपको प्रेरणादायक पुस्तकों और सकारात्मक सोच से मजबूती दी और कठिन से कठिन परिस्थिति में आगे बढ़ने का प्रयास किया। एक चिकित्सक, लेखक, और प्रेरक वक्ता के रूप में, मैं अपने अनुभवों से आप सभी विद्यार्थियों को यह बताना चाहता हूँ कि चुनौतियाँ का सामना कर अपने सपनों की मंजिल तक पहुँचा जा सकता है. निराश होकर, हार मानकर, हतोत्साहित होकर जीवन को अलविदा कहना, ईश्वर एवं माता-पिता के साथ अन्याय है. आप अपनी तुलना दूसरे से कभी भी नहीं करें क्योंकि ईश्वर ने कुछ विशेष एवं अनूठी प्रतिभा के साथ इस धरती पर भेजा है. इसे पहचाने एवं उस कार्य को करने में अपना ध्यान केंद्रित करें जिसमें आपकी गहरी रुचि है. आपका जीवन अनमोल है एवं आपके इस बहुमूल्य जीवन की कीमत किसी परीक्षा, रैंक या अंक से कहीं अधिक है। प्रतिस्पर्धा के इस युग में यह समझना अत्यंत आवश्यक है कि "जीवन एक यात्रा है, दौड़ नहीं।" यह यात्रा तब तक अर्थपूर्ण है जब तक आप अपनी खुशी, और मानसिक संतुलन को प्राथमिकता देते हैं। आपकी असफलताएं केवल आपकी यात्रा का एक हिस्सा हैं। वे आपकी क्षमताओं को नहीं दर्शातीं। विंस्टन चर्चिल ने कहा था, "सफलता का सबसे महत्वपूर्ण कदम वह है जो हम अपनी असफलताओं से सीखते हैं।" यदि आपको पढ़ाई का दबाव असहनीय लगे, तो निराश नहीं हो. अपने मित्रों, परिवारजनों, हॉस्टल के शुभचिन्तकों या कोचिंग संस्थान की फैकल्टी या काउंसलर्स से अवश्य बात करें। ध्यान रखें, अपनी समस्याओं को साझा करना कमजोरी नहीं, बल्कि साहस की निशानी है। हमारे जीवन में सबसे गहरे अंधकार के समय ही वह प्रकाश आता है जो हमें सही रास्ता दिखाता है। अपने घर से दूर कोटा में अकेले रहते हुए पढ़ाई के दबाव और प्रतिस्पर्धा के कारण कभी-कभी आपको अकेलापन महसूस हो सकता है। लेकिन याद रखें, यहाँ आप अकेले नहीं हैं। कोटा शहर आपका अपना शहर है, कोचिंग संस्थान से लेकर इस शहर के अधिकांश नागरिक आपकी मदद के लिए तत्पर है। नीट या आईआईटी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के इस महत्वपूर्ण सफर में पढ़ाई के साथ-साथ अपने स्वास्थ्य खानपान का ध्यान रखते हुए, रोजाना 7 घण्टे की नींद नियमित व्यायाम एवं खुशहाल मानसिक स्थिति बनाए रखना सबसे बड़ी प्राथमिकता होनी चाहिए। आइए, हम सभी मिलकर कोटा को एक ऐसा शहर बनाएं, जहाँ विद्यार्थी केवल अपने सपनों को साकार करने की ओर अग्रसर न हों, बल्कि एक स्वस्थ, ख़ुशनुमा और संतुलित जीवन भी जिएं। आप सभी विद्यार्थियों को उज्ज्वल भविष्य की हार्दिक शुभकामनाएँ। सादर, डॉ. सुरेश पाण्डेय नेत्र चिकित्सक, लेखक, प्रेरक वक्ता सुवि नेत्र चिकित्सालय, कोटा #LifeIsPrecious #MentalHealthMatters #YouAreNotAlone #BalanceIsKey #DreamBigLiveWell #HopeAndStrength #LifeIsAJourney #YouMatter #SpeakUp #StayStrong #MentalHealthAwareness #जीवनअनमोलहै #मानसिकस्वास्थ्यमहत्वपूर्णहै #आपअकेलेनहींहैं #संतुलनजरूरीहै #सपनेऔरजीवन #आशाऔरशक्ति #जीवनएकयात्राहै #आपकीमहत्वपूर्णहै #बातकरें #मजबूतरहें #मानसिकस्वास्थ्यजागरूकता #DrSureshKPandey #SuViEyeHospitalKota #DrVidushiSharma #SuViEyeHospitalLasikLaserCenterKota

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